कुछ पल जो बीते अपने दोस्तों के साथ, कुछ यादगार लम्हे जो याद आये तो आँख भर आये, कुछ मीठा मीठा दर्द जो दे खुशियां हज़ार,
Tuesday 30 September 2014
सब कुछ है मेरे पास पर दिल की दवा नही ,
दूर वो मुझसे है पर मैं खफा नही ,
मालूम है अब भी प्यार करता है मुझसे,
वो थोडा सा जिद्दी है मगर बेवफा नही..
Monday 29 September 2014
"दीदार की 'तलब' हो तो
"दीदार की 'तलब' हो तो नज़रे जमाये रखना 'ग़ालिब'
क्युकी, 'नकाब' हो या 'नसीब'...........सरकता जरुर है
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